Tuesday 30 April 2024

बाट तुम्हारी जोहती...

बाट तुम्हारी जोहती,      कबसे मैं बेचैन।
पलभर भी फिरते नहीं, इधर तुम्हारे नैन।।

चंदा तारों में रमा,   तकती राह चकोर।
पलट मुँह एक बार तो, देखे उसकी ओर।।
🌕☀️✨⚡💫

© सीमा अग्रवाल
मुरादाबाद ( उ.प्र.)
फोटो गूगल से साभार

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