Sunday 19 March 2023

मुक्तक (सरसी छंद)

मुश्किल में जो देख किसी को, बनता उसकी ढाल।
किस्मत उसके नाज उठाए, चूमे उन्नत भाल।
सत्कर्मों की सबल करों से, रखता जो बुनियाद।
रहती खुशबू सदा फिजां में, करें उसे सब याद।
© सीमा अग्रवाल
जिगर कॉलोनी
मुरादाबाद

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