जी रही हूँ मैं तो यारा हर पल बस तेरे लिए तू नहीं तो इस जहां में रखा है क्या मेरे लिए बचाती रही हूँ मौत को खुद से सदा तेरे लिए जीना होगा हँसकर तुझे भी ए सनम मेरे लिए
-सीमा अग्रवाल
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