Monday 1 April 2024

माहे रमजान...

हर बरकत दे आपको, पाक माह रमजान।
पथ पर नेकी के चलो, कहती है कुरआन।।१।।

रहमत का अशरा प्रथम, बरसे नूर शबाब।
हर नेकी का पाइए,      सत्तर गुना सवाब।।२।।

दूजा अशरा मगफिरत, देता यही सलाह।
तौबा करो गुनाह से, माफ करे अल्लाह।।३।।

दोज़ख से रक्षा करे, अशरा तीजा खास।
एतक़ाफ में बैठकर, करें ध्यान उपवास।।४।।

मदद मुस्तहिक़ की करें, आएँ उनके काम।
तन-मन-धन से साथ दें, करें न केवल नाम।।५।।

कुरान गीता बाइबिल, सार सभी का एक।
धर्म चुनो कोई मगर,  कर्म करो बस नेक।।६।।

पथ सच्चाई का वरो, करो न खोटे कर्म।
जात-पाँत सब व्यर्थ है, मानवता ही धर्म।।७।।

© डॉ. सीमा अग्रवाल
मुरादाबाद ( उत्तर प्रदेश )
फोटो गूगल से साभार

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