Sunday, 28 September 2025

अंतरराष्ट्रीय बेटी दिवस...

जीवन में रस घोलती, भरती सबमें जान।
घर की चौखट देहरी, बिन बेटी सुनसान।।

घर की रौनक बेटियाँ, खुशियों का पर्याय।
बूढ़ी माँ कैसे जिए,     बिन बेटी असहाय।।


© सीमा अग्रवाल

मुरादाबाद ( उ.प्र.)


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