जब-जब ठोकर खाई मैंने मुझे नया एक गीत मिला ! अश्कों के लरजते धारे में जैसे जीवन-संगीत मिला !
क्या हुआ जो वो रूठ गया दर्पन गर मन का टूट गया ! टूटे आइने के हर टुकड़े में मुझे अपना मनमीत मिला !
--- सीमा ---
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