असीम आकाश
Wednesday 5 April 2023
ऐसा पावन नेह...
सुरसरि सा निर्मल बहे, रच ले मन में गेह।
नहीं सुलभ संसार में, ऐसा पावन नेह।।
- © डॉ. सीमा अग्रवाल
जिगर कॉलोनी, मुरादाबाद
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