असीम आकाश
Tuesday 4 April 2023
आसमां पर घर बनाया है किसी ने....
आसमां पर घर बनाया है किसी ने।
चाँद को फिर घर बुलाया है किसी ने।
भावना के द्वार जो गुमसुम खड़ा था,
गीत वो फिर गुनगुनाया है किसी ने।
- © सीमा अग्रवाल
जिगर कॉलोनी, मुरादाबाद
"मनके मेरे मन के" से
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