Thursday 19 November 2015

मैं खुद रोशन हो जाऊंगी

रोशनी पाकर सूरज से
ज्यों गगन में चाँद चमकता
जब तुम चमकोगे जग में
मैं खुद रोशन हो जाऊंगी ।

साँझ घिरे तो छुपा लूंगी
प्यार से तुम्हें आँचल में अपने
भोर होते ही मिटा खुद को
तुम में ओझल हो जाऊंगी

- सीमा

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