Saturday, 25 October 2025

स्वार्थ परक हर कार्य...

सूख रहे हैं आजकल,     सुख के सारे स्रोत।
तमस सघन मँडरा रहा, धूमिल जीवन-जोत।।

आत्मकेंद्रित हम हुए, स्वार्थ परक हर कार्य।
दीपक से ही सीख लें,   भाव परम औदार्य।।

डॉ. सीमा अग्रवाल
मुरादाबाद


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