Saturday, 11 November 2023

माटी तेल कपास की...

जलें तेल अरु वर्तिका, दीप बने आधार।
तीनों के गठजोड़ से, अँधियारे की हार।।

माटी तेल कपास की, तिकड़ी बनी मिसाल।
अँधियारे को बेधने,     बुनती जाल कमाल।।

© सीमा अग्रवाल
जिगर कॉलोनी
मुरादाबाद (उ.प्र.)

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