रहो जागरूक नित मतदाता।
तुम्हीं भारत के भाग्य विधाता।
निज हित जब ऊपर हो जाते,
देश रसातल में धँस जाता।
सोच समझ करना मतदान,
क्षुद्र स्वार्थ न करे कल्याण।
चुनकर लाना वो सरकार,
करे देश का नवनिर्माण।
मत देना अधिकार तुम्हारा
दुरुपयोग ना इसका करना
लोकतंत्र को सफल बनाना
सर्वथा योग्य पर मुहर लगाना
जन-जन के सजग प्रयासों से
भविष्य देश का सँवर उठेगा।
शत-प्रतिशत मतदान से सच्चे
एक कर्मठ नेता हमें मिलेगा।
- © सीमा अग्रवाल
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